रवेली में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया सतनाम आस्था प्रतीक गुरु घासीदास बाबा की जयंती
बाबा जी ने लोगो को एक ही धागे में पिरोने का किया कार्य
मोर अभनपुर
ग्राम रवेली में संत शिरोमणि गुरु घासीदास बाबा की 266 वी जयंती धूमधाम से मनाया गया। जयंती के अवसर पर जैतखाम में झंडा चढ़ाकर पूजा-अर्चना किया गया एकरुपता और समानता का परिचय देते सतनामी समाज द्वारा बाबा के 7 वचन को आत्मसात कर बाबा के बताए मूल्यों और जीवन दर्शन पर चलने का प्रण लिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चिन्मय फाउंडेशन चेयरमैन चिन्मय दावड़ा, अध्यक्षता सरपंच चंद्रकांत सोनकर,विशिष्ट अतिथि सभापति जिला पंचायत सदस्य सौदागर सोनकर, जिला पंचायत सदस्य खेमराज कोसले, राधाकृष्ण टंडन, राजेश साहू, किशोर देवांगन,कुंदन बघेल, लोकमणि कोसले,भोज राम निषाद, मोहन चेलक, मनमोहन कुर्रे,मोती लाल निषाद पंकज बांधे शामिल हुए।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि गुरु घासीदास बाबा ने अपना जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया उनके सिद्धांतों, संदेशों से सतनाम समाज की स्थापना हुई है हर साल 18 दिसंबर को सतनामी समाज द्वारा गुरु घासीदास बाबा की जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।बाबा जी के त्याग को कभी भुलाया नही जा सकता है। उन्होंने लोगो को एक ही धागे में पिरोने का कार्य किया है इस लिए बाबा मनखे मनखे के एक समान के रूप में देखते थे।
अतिथियों ने बताया कि गुरु घासीदास बाबा छत्तीसगढ़ राज्य की संत परंपरा में सर्वोपरि हैं बाल्याकाल से ही घासीदास के हृदय में वैराग्य का भाव प्रस्फुटित हो चुका था समाज में व्याप्त पशुबलि तथा अन्य कुप्रथाओं का ये बचपन से ही विरोध करते रहे समाज को नई दिशा प्रदान करने में इन्होंने अतुलनीय योगदान दिया था। सत्य से साक्षात्कार करना ही गुरु घासीदास के जीवन का परम लक्ष्य था ‘सतनाम पंथ’ का संस्थापक भी गुरु घासीदास को ही माना जाता है।
इस दौरान उपसरपंच गोविंद राम साहू , दूज लाल साहू ,ओंकार साहू, अशोक अग्रवाल, बालमुकुंद सोनकर, टीकम राठी,लच्छू साहू ,भूषण सोनकर ,रूप राम सोनकर, डॉ राजेंद्र ठाकुर, सालिक सोनकर, मनोहर साहू, नंदू निषाद, ईश्वर सोनकर, विदेशी राम साहू,गीतेश सेन,गणपत साहू ,सोनू राम साहू ,संतोष अग्रवाल, कोमल राम सोनकर,शुभम अग्रवाल ,पन्नालाल सोनकर ,राधेश्याम पटेल ,हीरामन साहू ,हरेंद्र अग्रवाल, रमाशंकर रात्रे,राधेलाल रात्रे पंचगन एवं समाज पदाधिकारी सहित ग्रामवासी उपस्थित रहे।