हे महाप्रभु जगन्नाथ थाम लेना मेरा हाथ, कृपा करना कि मैं भी चलूं आप के रथ के साथ

चिन्मय फाउंडेशन में धूमधाम से मनाया गया भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा

हे महाप्रभु जगन्नाथ थाम लेना मेरा हाथ,      कृपा करना कि मैं भी चलूं आप के रथ के साथ

हे महाप्रभु जगन्नाथ थाम लेना मेरा हाथ।
कृपा करना कि मैं भी चलूं आप के रथ के साथ।।

महा प्रभु श्री जगन्नाथजी की रथ यात्रा की हार्दिक शुभकामनाएं।

रथ यात्रा के पावन पर्व पर मैं महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र बहन सुभद्रा देवी से अंचल के समस्त भक्त जनों के जीवन में सफलता, सुख समृद्धि और खुशियों की कामना करता हूं। श्रद्धा, भक्ति, ज्ञान समर्पण और अहंकार मुक्त इस यात्रा पवित्र पुण्य से हम सभी के जीवन में सुख समृद्धि, सौभाग्य,यश और आरोग्य की स्थापना हो । भगवान आप सभी की मनोकामना पूर्ण करे तथा सभी को स्वास्थ्य एवम् सुखी जीवन प्रदान करें। हमारे अराध्य महा प्रभु श्री जगन्नाथ जी का आशीर्वाद सभी को प्राप्त हो और आप की जीवन मंगलमय हो।
जगन्नाथ स्वामीजी की ज्योति से नूर मिलता है, सबके दिलो का गुरुर मिलता है।
जो भी जाता है जगन्नाथ स्वामी जी के द्वार कुछ न कुछ जरूर पाता है।
जब जब होय धरम की हानि,
तब तब लेते हैं अवतार भगवान। करके संघार दुष्टों का मुक्ति हमें देते हैं भगवान ।
श्री चिन्मय जी दावड़ा

श्री दावड़ा शैक्षणिक प्रतिष्ठान, अभनपुर, रायपुर छत्तीसगढ़।