चिन्मय दावड़ा ने माताओं को मातृ दिवस की दी बधाई

प्रदेश की पहचान नारी शक्ति से भी होने लगी है फूलबासन यादव ,उषा बारले और आकर्षी कश्यप उदाहरण: श्री दावड़ा

चिन्मय दावड़ा ने माताओं को मातृ दिवस की दी बधाई
चिन्मय फाउंडेशन संस्थापक चिन्मय दावड़ा

मोर अभनपुर

चिन्मय फाउंडेशन संस्थापक चिन्मय दावड़ा ने देश प्रदेश सहित क्षेत्र के माताओं मातृ दिवस की बधाई दी है। श्री दावड़ा ने बधाई देते कहा की हमारे प्रदेश की नारी शक्ति ना सिर्फ अपना अपितु पूरे छत्तीसगढ़ का नाम विश्व पटल पर अंकित कर समूचे छत्तीसगढ़ को गौरान्वित कर रहीं हैं। बच्चो की प्रथम गुरु मां होती है मां अपने गर्भ में नौ माह रखकर अपने रक्त को पिलाकर बच्चे के सुंदर काया को सृजित करती ही और संस्कार देकर आत्मनिर्भर बनाती है मां की ममता का कोई मोल नहीं है त्याग , समर्पण , प्रेम ,करुणा एवं दया सागर की गहराई से भी गहरी होती है जिसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।

 आज प्रदेश के बैटमिटन खिलाड़ी आकर्षि कश्यप, पंडवानी गायिका उषा बारले, बेसहारा वृद्धों को निशुल्क भोजन सहित जरूरत की चीजों को मुहैया कराने वाली तृप्ति लूनिया, कुष्ठ रोग का निशुल्क ईलाज कर भोजन एवम रहने का व्यवस्था करने वाली ममता शर्मा, बस्तर की नैना धाकड़, महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वरोजगार दिलाने वाली पद्म श्री फूलबासन बाई यादव सहित सैकड़ों मातृ शक्ति है जिससे जानी जाती है।

समाज मे महिलाओं का स्थान और उनका योगदान सराहनीय है। देश और समाज के विकास में जितना योगदान पुरुषों का है उतना ही माताओं का भी है। आज महिलाएं पुरानी रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़कर राष्ट्र निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दे रही हैं है फील्ड में चाहे वह खेल, मनोरंजन, राजनीति, समाज सेवा लेकर सैन्य व रक्षा के क्षेत्र में बड़ी नेतृत्व का निर्वाहन कर रही हैं।