जहां सम्मान नहीं मिले वहां कदापि नहीं जाना चाहिए..... पंडित भूपेंद्र पाण्डेय महाराज

जहां सम्मान नहीं मिले वहां कदापि नहीं जाना चाहिए..... पंडित भूपेंद्र पाण्डेय महाराज

जहां सम्मान नहीं मिले वहां कदापि नहीं जाना चाहिए..... पंडित भूपेंद्र पाण्डेय महाराज

नवापारा राजिम :- समीपस्थ ग्राम हसदा नं -2 के बाजार चौक मे संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का भव्य आयोजन बुधवार से प्रारम्भ हो गया है. यह आयोजन 12अप्रेल से प्रारम्भ होकर 20 अप्रेल गुरुवार तक प्रतिदिन सुबह 10 से 1 व शाम 3 से 6 बजे तक चलेगा.उक्त कथा के कथावाचक पंडित भूपेंद्र पाण्डेय महाराज गुंडरदेही जिला बालोद वाले है. कथा के प्रथम दिवस पर कलश यात्रा निकाली गई जिसमे आयोजक परिवार सहित गाँव की सैकड़ो महिलाये पीले वस्त्र धारण कर सिर पर कलश रख गाँव का भ्रमण की.

कलश यात्रा पश्चात गणेश पूजन, व्यास पूजन व गोकर्ण की कथा सुनाई गई. द्वितीय दिवस के कथा मे कपिल अवतार, सती चरित्र, ध्रुव चरित्र, जड़ भरत की कथा प्रसंग सुनाया.सती प्रसंग पर भाव विभोर कथा कहते हुए पंडित भूपेंद्र पाण्डेय ने कहाकि भगवान शिव की अनुमति लिए बिना सती अपने पिता दक्ष के यहां आयोजित यज्ञ में पहुंच गई. यज्ञ में भगवान शिव को निमंत्रण नहीं दिए जाने से कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दी. इससे नाराज शिव के गणों ने राजा दक्ष का यज्ञ विध्वंस कर दिया.

इसलिए जहां सम्मान नहीं मिले वहां कदापि नहीं जाना चाहिए. किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे है वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो. यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए. चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों न हो. कपिल अवतार की कथा बताते हुए उन्होंने कहाकि भगवान विष्णु का पांचवा अवतार कपिल अवतार था.इनको अग्नि का अवतार और ब्रह्मा का मानसपुत्र भी पुराणों में कहा गया है.

कर्दम और देवहूति से इनकी उत्पत्ति मानी गई है.बाद में इन्होंने अपनी माता देवहूति को सांख्यज्ञान का उपदेश दिया जिसका विशद वर्णन श्रीमद्भगवत के तीसरे स्कन्ध में मिलता है. इसी तरह महाराज जी ने जड़ भरत प्रसंग और बालक ध्रुव की कथा प्रसंग को भी विस्तृत रूप से उपस्थित भक्तजनों को व्यायाख्यान कर बताया. आयोजक परिवार से धनिश राम साहू व श्रीमति पूनई साहू ने सभी अंचलवासियो से अधिक से अधिक संख्या मे इस अनुष्ठान मे जुटने की और धर्म लाभ लेने की अपील की है.